Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana - An Overview
Wiki Article
️ “डर को मत देखो, उसे जीतो।” – स्वामी विवेकानंद
ये भी पढ़ें- बाेलने के तरीके को भी प्रभावित कर सकता है सिजोफ्रेनिया, यहां जानिए क्या होता है बदलाव
पर इस चीज़ की गारंटी है की वो इन पैसों से कभी खुश और निर्भीक नहीं रह पायेंगे.
रिश्ते का तनाव जिंदगी को न लील जाए, इसलिए जरूरी है इससे बाहर आने के उपाय जानना
सांसो पर ध्यान कैसे लगाएं
अपने अंदर के डर को कैसे दूर भगाएं? हम जिन चीजों में विश्वास रखते हैं। हमारे मानसिक अवधारणाएं, सोच विचार जिस तरह के होते हैं वहीं हमारी आदतों और कर्मो का निर्माण करते हैं, यानी अगर हम ये सोचे हमें इस चीज से डर लगता हैं तो संभवतः जरुर उससे आप भयभीत रहेंगे।
इसे लेकर आपकी क्या प्रतिक्रिया होती है? इनके बारे में जानें।
केवल डर की प्रतिक्रियाओं को हि नहीं बल्कि आपको किन किन चीजों, लोगो या परिस्थितियों से डर लगता है click here इसकी सूची पहले बना ले। फिर जब कभी आप इस तरह की परिस्थिति का सामना करने में फंस जाएं तो खुद को याद दिलाए आपको इससे डर लगता है और खुद को शांत बनाए रखने का प्रयत्न करें।
सही लोगों के साथ रहें – जो आपको प्रेरणा दें, डर नहीं।
मै किसी के साथ कोई मनमुटाव नहीं रखना चाहता. तो इस तरीके से कोई ना कोई हल जरूर निकल जाएगा. अगर आपको सामने वाले से मिलने जाना है और अकेले जाने से डर रहे हैं तो साथ किसी विश्वासपात्र आदमी को लेकर जाइए.
स्कूलों के लिए आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम
मनोचिकित्सा मन और शरीर के संबंध पर आधारित होता है। चित्र : एडॉबीस्टॉक
यदि अपने अंदर के डर को खत्म करना चाहते हैं तो पहले डर के मूल कारण को जानना होगा, डर क्या है?
डर छह महीने या उससे अधिक समय से बना हुआ है।